रोहिंग्याइयों की हत्या को जारी रखने पर संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी
कुरान अंतर्राष्ट्रीय समाचार ऐजेंसी (IQNA) ने इंडेपेंडेत के अनुसार, ज़ैद राद हुसैन ने कहाःउनके शोध दल ने अराजक गोलीबारी, मनमाने ढंग से गिरफ्तारी और फांसी, मजबूरन निकालना, बलात्कार और यौन हिंसा और यातना के अन्य रूपों की कई रिपोर्टें प्राप्त कीं हैं।
उन्होंने जोर दिया कि, जैसा कि हम अभी बात कर रहे हैं, ये अपराध वैसी ही जारी हैं।
उन्होंने अपनी पिछली टिप्पणी को दोहराया और कहा: म्यांमार की स्थिति जातीय सफाई का एक स्पष्ट उदाहरण है।
यूएन के डॉक्टरों ने भी रोहंग्या में मुस्लिमों के खिलाफ अत्यधिक यौन हिंसा व अत्याचार और यातना की रिपोर्ट दी है।
रोहिंग्या मुसलमान अभी भी बांग्लादेश की ओर पलायन कर रहे हैं और उनमें से अब तक 580 हजार इस देश में विस्थापित किऐ जा चुके हैं।
म्यांमार सरकार दावा करती है कि मुस्लिम विद्रोहियों द्वारा हमलों के ख़िलाफ़ सैन्य कार्रवाई शुरू की गई है, लेकिन सबूत बताते हैं कि देश की सेना मुसलमानों की जातीय सफाई कर रही है।